आज भी जब किसी स्त्री या पुरुष के विवाह के लिए कुंडली मिलान किया जाता है तो सबसे पहले देखा जाता है कि वह मांगलिक है या नहीं, ज्योतिष के अनुसार यदि कोई व्यक्ति मांगलिक है तो उसकी शादी किसी मांगलिक से ही की जानी चाहिए, इसके पीछे धारणाएं बनाई गई हैं। ज्योतिष के अनुसार मांगलिक लोगों पर मंगल ग्रह का विशेष प्रभाव होता है, यदि मांगलिक शुभ हो तो वह मांगलिक लोगों को मालामाल बना देता है। मांगलिक व्यक्ति अपने जीवनसाथी से प्रेम-प्रसंग के संबंध में कुछ विशेष इच्छाएं रखते हैं, जिन्हें कोई मांगलिक जीवनसाथी ही पूरा कर सकता है इसी वजह से मंगली लोगों का विवाह किसी मंगली से ही किया जाता है।
- विवाह में देरी।
- विवाह तय होने के बाद टूट जाना
- विवाह में होते होते वाधाएं आना।
- शादी के बाद जीवनसाथी के साथ अनबन रहना।
- वैवाहिक जीवन में परेशानियां।
- मंगल जातक का हमेशा क्रोध करते रहना।
- मांगलिक दोष के प्रभाव में जातक क्रोधी, अहंकारी और झगड़ालू होता जाता है।
- मंगली लड़की के विवाह में देरी
- मंगली लड़की के प्रभाव से पति पर बुरा असर होना।
मांगलिक जातकों के विवाह संबंध हमेशा प्रभावित रहते हैं। मंगल दोष के कारण दोनों के बीच अनबन से लेकर झगड़ा तक रहता है। ऐसे में मंगल ग्रह का एकांत पसंद स्वभाव भी दोनों के बीच आड़े आता है। मंगल ग्रह को अकेलापन पसंद है अन्य किसी ग्रह के निकट आने पर मंगल ग्रह उससे झगड़ लेता है। इसी कारण मांगलिक दोषी भी अपने जीवनसाथी से पटरी नहीं बैठा पाता है। इसी दोष के कारण मांगलिक लड़की की साथी से अनबन रहती है। मंगल ग्रह युद्ध के देवता हैं। मंगल का स्वभाव दूसरों से दूर रहना है। क्रोधी प्रवृत्ति के कारण मंगल दोषी खुद भी परेशान रहता है। मंगल ग्रह के प्रभाव से जातक क्रोधी, लडाई झगडों में ही रहता है। मंगल दोषी विवादों को जितना दूर रहने की कोशिश करे लेकिन वह परिस्थितियों के कारण क्रोधित होकर फैसले ले लेता है। मांगलिक जातक हमेशाचिड़चिड़े और झगड़ालू होते हैं। मांगलिक दोष के बारे में एक उपाय यह भी दिया जाता है कि वह मंगली जीवनसाथी से ही विवाह करे। तब पटरी सही चल पाती है।
उक्त लक्षणों का उल्लेख इस दृष्टि से किया गया है ताकि सामान्य पाठकों को मांगलिक योग के बुरे प्रभावों की पर्याप्त जानकारी हासिल हो सके। किंतु ऐसा नहीं है कि मांगलिक योग सभी जातकों के लिए बुरा ही होता है। मांगलिक जातक को ‘पीपल’ विवाह, कुंभ विवाह, शालिग्राम विवाह तथा मंगल यंत्र का पूजन आदि करना चाहिए। इसके प्रभाव से वह सामान्य ग्रह के जातक से संबंध रख पाएगा। इस उपाय से मंगल का दोष उतर जाता है।
हम यदि उपाय की बाते करे तो इंटरनेट पर बहुत उपाय मिल जायँगे जैसे उक्त बताई गई सभी बाते अपने स्तर पर सब तार्किक रूप से बनाई गई हे पर मांगलिक लड़का या लड़की पर प्रभाव बना रहता है यह हम और आप भी भलीभांति जानते है की सही तरीके से की गई पूजा ही आपका मांगलिक दोष से छुटकारा पा सकते है जिस प्रकार डॉ. की दवाई खाने से आपको कुछ ही समय के लिए आराम मिलता है पर आयुर्वेद की दवाई आपकी बीमारी को जड़ से ख़तम करता है
वैसे ही पूजा भी एक ऐसी स्थिति है जो जड़ से आपके मंगल दोष हो या अन्य कोई सी समस्या पूजा ही सर्वश्रेष्ठ है आपकी पूजा को सही तरीके से कराने के लिए पंडित शिव गुरु जी के सानिध्य में आपकी मांगलिक दोष की पूजा करा सकते है हम पूजा ही नहीं दोष को पूरी तरह से आपके जीवन से दूर कर देंगे।
परन्तु विश्वास सबसे बड़ा धार्मिक पूजन में बहुत मूल स्थान रखता है विश्वास है तो पूजा का लाभ १००% मिलता है यदि आपमें विश्वास व् भगवान् पर आस्था व् मंगल दोष की पूजा पर श्रद्धा से मन लगा कर किया जाय तो इस दुनिया में सब संभव है मंगल दोष क्या सभी प्रकार के दोष आपके जीवन में नहीं आ सकते है।
हमारे द्वारा मूर्ति प्रतिष्ठा, यज्ञ, कालसर्प दोष, मंगलभात पूजा वास्तु शान्ति, नक्षत्र शान्ति, महामृत्युंजय जप, रुद्र अभिषेक दुर्गापाठ एवं तंत्र, मंत्र,यंत्र, जन्म पत्रिका, विवाह संस्कार समस्त कार्य वैदिक पद्धिति से सम्पन्न कराये जाते है |
कॉल पंडित जी
बिना किसी संकोच के एक बार पंडित जी को कॉल करे और एक बार परामर्श जरूर ले।